तुर्की के स्की रिसॉर्ट होटल में आग का तांडव: बचने के लिए इमारत से कूदे लोग, 76 की गई जान
तुर्की के उत्तर-पश्चिमी इलाके में स्थित एक प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट होटल में मंगलवार को भीषण आग लग गई, जिसमें 76 लोगों की जान चली गई। हादसे के समय होटल में 238 से अधिक लोग ठहरे हुए थे। गृह मंत्री अली येरलिकाया ने बताया कि अब तक 45 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि अन्य की शिनाख्त की जा रही है। इस घटना में 51 लोग घायल हुए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बनी हुई है। आग से मची अफरा-तफरी, कई लोग इमारत से कूदे यह हादसा बोलू प्रांत के कोरोग्लू पहाड़ों में स्थित ग्रैंड कार्टल होटल में हुआ। आग इतनी तेजी से फैली कि लोगों को बचने का मौका नहीं मिला। धुआं भरने से घबराए कई लोगों ने ऊपरी मंजिलों से छलांग लगा दी, जिससे कम से कम दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। कुछ लोग चादरों और कंबलों के सहारे नीचे उतरने की कोशिश कर रहे थे, जबकि अन्य लोग खिड़कियों और बालकनियों से मदद की गुहार लगा रहे थे। होटल में सुरक्षा के इंतजाम पर सवाल प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग होटल के रेस्टोरेंट सेक्शन से शुरू हुई और तेजी से ऊपरी मंजिलों तक फैल गई। आग बुझाने की व्यवस्था और आपातकालीन निकासी व्यवस्था में खामियां सामने आई हैं, जिससे होटल में मौजूद लोगों को बाहर निकलने में कठिनाई हुई। इस घटना के बाद तुर्की में होटल सुरक्षा मानकों को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। 9 लोग हिरासत में, जांच जारी तुर्की प्रशासन ने इस हादसे की गहराई से जांच के लिए छह अभियोजकों की एक विशेष टीम गठित की है। होटल प्रबंधन और अन्य संबंधित व्यक्तियों की भूमिका की जांच की जा रही है। अब तक होटल मालिक समेत 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि यह जांच की जा रही है कि आग सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के कारण तो नहीं लगी। राष्ट्रपति एर्दोगन ने जताया शोक, राष्ट्रीय शोक की घोषणा तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने इस भीषण त्रासदी पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इस घटना को लेकर बुधवार को एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की, जिसके तहत सभी सरकारी इमारतों और विदेशों में स्थित तुर्की के दूतावासों पर झंडे आधे झुके रहेंगे। राहत और बचाव कार्य जारी दमकलकर्मियों और बचाव दलों ने कई घंटे तक अभियान चलाकर आग पर काबू पाया। होटल का एक हिस्सा पहाड़ी के किनारे स्थित था, जिससे राहत कार्य में दिक्कतें आईं। प्रशासन हादसे के कारणों की गहराई से जांच कर रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह किसी लापरवाही का नतीजा था या किसी अन्य वजह से हुआ। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जाएंगे कदम इस भयावह घटना के बाद होटल सुरक्षा मानकों को लेकर कड़े कदम उठाने की मांग उठ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की आपदाओं को रोकने के लिए सरकार को सुरक्षा नियमों को सख्ती से लागू करना होगा। हादसे ने सुरक्षा उपायों की अनदेखी के घातक परिणामों को उजागर कर दिया है, जिससे सरकार और प्रशासन पर जवाबदेही तय करने का दबाव बढ़ गया है। इस हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं, और प्रशासन को उम्मीद है कि जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।